Surprise Me!

ऐसा प्यार, ऐसा पागलपन! || आचार्य प्रशांत (2024)

2024-09-28 0 Dailymotion

‍♂️ आचार्य प्रशांत से समझे गीता और वेदांत का गहरा अर्थ, लाइव ऑनलाइन सत्रों से जुड़ें:<br />https://acharyaprashant.org/hi/enquir...<br /><br /> आचार्य प्रशांत की पुस्तकें पढ़ना चाहते हैं?<br />फ्री डिलीवरी पाएँ: https://acharyaprashant.org/hi/books?...<br /><br />➖➖➖➖➖➖<br /><br />#acharyaprashant<br /><br />वीडियो जानकारी: 04.09.24, संत सरिता, गोवा <br /><br />प्रसंग: <br /><br />~ हम किस केंद्र के साथ पैदा होते हैं? राम केंद्र और आम केंद्र क्या है? <br />~ संस्कार और शिक्षा वास्तव में क्यों होना चाहिए? <br />~ कब समझे कि जिंदगी सही दिशा जा रही है?<br />~ कब समझे कि मूर्खता अभी सर चढ़के बोल रही है? <br />~ दुनिया तुम्हें पागल कहे, तो कोई दिक्कत नहीं, बशर्ते तुम्हारा पागलपन सच्चाई के लिए हो, मुक्ति के लिए हो; तब उसे अपमान की तरह नहीं, सम्मान की तरह लेना।<br />~ कौन हमसे प्यार करता है, यह मत जानो, यह जानो कि उसकी प्यार करने की औकात है या नहीं।<br /><br />जो मैं बौरा तो राम तोरा<br />लोग मरम का जाने मोरा।<br /><br />मैं बौरी मेरे राम भरतार<br />ता कारण रचि करो स्यंगार।<br /><br />माला तिलक पहरि मन माना<br />लोगनि राम खिलौना जाना।<br /><br />थोड़ी भगति बहुत अहंकारा<br />ऐसे भगता मिलै अपारा।<br /><br />लोग कहें कबीर बौराना<br />कबीर का मरम राम जाना।<br /><br />~ कबीर साहब<br /><br /><br />संगीत: मिलिंद दाते<br />~~~~~

Buy Now on CodeCanyon